कुमार अनेकान्त की कवितायें
Monday, November 10, 2014
वो नज़र न आया
वो नज़र न आया
जो आइना दिखाता रहा
कमजोरियों को सहलाने वाले
नजरों में चढ़ते गए
-कुमार अनेकांत
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